नोक – झोंक
सुधी बाहर से आई तो उसने देखा कि आयुष अकेला खेल रहा है । उसने सोचा की क्यों न उसे...
सुधी बाहर से आई तो उसने देखा कि आयुष अकेला खेल रहा है । उसने सोचा की क्यों न उसे...
सर्दी के दिनों में स्कूल जाने में उसे बड़ा मज़ा आता | अपना बैग टाँगकर और नई महरून रंग की...
नागपंचमी आई। साठे के जिन्दादिल नौजवानों ने रंग-बिरंगे जॉँघिये बनवाये। अखाड़े में ढोल की मर्दाना सदायें गूँजने लगीं। आसपास के...
किसी ने कहा है कि ज़िन्दगी को बदलते देर नहीं लगती | ठीक ऐसा ही लछमा के साथ भी हुआ...
जैसे पतंग को ढीला छोड़ दो तो कोई भी उसे आसानी से काट सकता है, ठीक वैसे ही जीवन में...
जेल के बैरक नंबर 370 में गुमसुम और मायूस-सी बैठी शोभना को लता ने टोका...
अपने पांच वर्षीय बेटे विकास द्वारा पास के किराना दुकान से बिस्कुट चोरी करने की बात सुनकर उसकी मां ने...
हम भले ज़िन्दगी को कितना बाँट ले लेकिन हमारी दुनिया का एक सच यह भी है कि हम पहले आये...
एक फौजी जब अपने कैम्प पहुंचता है, तब उसे अपने पास एक खत मिलता है। यह खत उसकी प्रेमिका ने...
10 वर्षीय अमन की भोली आंखों में अभी भी नववर्ष का उन्माद चढ़ा हुआ था कि वह भी आज सारे...
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